सैन फ्रांसिस्को, सऊदी अरामको (Saudi Aramco) दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी (World’s Most Valuable Company) बन गई है। उसने ऐप्पल (Apple) की जगह ली है। इससे पहले ऐप्पल दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी के रूप में जानी जाती थी लेकिन बुधवार को सऊदी अरामको ने ऐप्पल से यह खिताब छीन लिया और दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। ऐसा इसीलिए हुआ क्योंकि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण तेल क्षेत्र के शेयरों में तेजी आई और टेक इंडस्ट्री के शेयरों में गिरावट आई।
सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी सऊदी अरामको को दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी के रूप में भी जाता है। बुधवार को बाजार बंद होने पर Saudi Aramco का बाजार मूल्य 2.42 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया है जबकि Apple का बाजार मूल्य शेयर प्राइस घटने की वजह से 2.37 ट्रिलियन डॉलर ही रह गया। पिछले एक महीने में Apple के शेयर की कीमत में काफी गिरावट देखी गई है।
इस साल के पहले तीन महीनों में मजबूत उपभोक्ता मांग के बीच ऐप्पल ने उम्मीद से बेहतर मुनाफा कमाया लेकिन इसके बावजूद शेयर की कीमत में गिरावट आई। इसके साथ ही, Apple का अनुमान है कि चीन में कोविड-19 लॉकडाउन और आपूर्ति श्रृंखला के संकट के कारण जून तिमाही के परिणामों में 4 से 8 बिलियन डॉलर तक की कमी आ सकती है।
उसके मुख्य वित्तीय अधिकारी लुका मेस्त्री ने विश्लेषकों के साथ एक कॉन्फ्रेंस में कहा, “कोविड से संबंधित व्यवधानों और उद्योग-व्यापी सिलिकॉन की कमी के कारण आपूर्ति की कमी हमारे उत्पादों के लिए ग्राहकों की मांग को पूरा करने की हमारी क्षमता को प्रभावित कर रही है।”
वहीं, तेल की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको ने पिछले साल के शुद्ध लाभ में 124 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। ऐसा तब हुआ जब हाल ही में यमनी विद्रोहियों द्वारा उसकी फैसिलिटी पर हमला किया गया और उत्पादन में “अस्थायी” गिरावट आई। कंपनी ने कहा, “अरामको की शुद्ध आय 2020 में 49.0 बिलियन डॉलर की तुलना में 2021 में 124 प्रतिशत बढ़कर 110.0 बिलियन डॉलर हो गई।”