खिलौने बनाने वाली भारत की बड़ी कंपनियां चीन छोड़कर भारत में शिफ्ट हो रही हैं। 2015 से 2023 के बीच देश की खिलौना इंडस्ट्री के बीच जबरदस्त तेजी आई है। उसके निर्यात में 239 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई तथा आयात में 52 प्रतिशत तक की गिरावट आई। इसके परिणामस्वरूप देश शुद्ध निर्यातक बन गया।