भारत में वित्तीय सेवाओं पर ब्रिटिश मंत्री ने दिया बड़ा बयान

भारत में वित्तीय और बीमा सेवाओं को लेकर भारतीय मूल के एक ब्रिटिश मंत्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मोदी सरकार की एक योजना को पूरा करने में भी मदद करने का भरोसा दिया है। ब्रिटिश चांसलर (मंत्री) ऋषि सुनक ने कहा है कि भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत में वित्तीय सेवाओं को लेकर असीम संभावनाएं हैं।

शुक्रवार को यूके-इंडिया कॉरिडोर में इंडिया ग्लोबल फोरम के यूके-इंडिया अवार्ड्स के दौरान भारतीय मूल के ब्रिटिश कैबिनेट मंत्री ने कहा कि वह फिनटेक जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के लिए बहुत बड़ा अवसर देखते हैं। उन्होंने भारतीय बीमा बाजार को खोलने के फैसले का भी स्वागत किया है।

ब्रिटिश मंत्री ने मुक्त व्यापार समझौते का मसौदा दिवाली तक तैयार करने की समयसीमा पर भी भरोसा जताया है। समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में ब्रिटिश मंत्री इस दिशा में संतोषजनक प्रगति हो रही है। उन्होंने कहा है कि वित्तीय सेवाओं का क्षेत्र उनके लिए खासा उत्साहित करने वाला है।

इस दौरान उन्होंने कहा है कि वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में दोनों देशों के लिए असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा है कि भारत का लक्ष्य है कि वह अपनी पूरी अर्थव्यवस्था को बीमा के दायरे में लाए ताकि देश के लोगों और विकास की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

हम ब्रिटेन से इस मामले में भारत की काफी मदद कर सकते हैं, क्योंकि हमारे यहां बीमा की बहुत बेहतरीन इंडस्ट्री है। धीरे-धीरे हम भारतीय फर्मो, यहां के नागरिकों और कंपनियों को अपने बेहतरीन उत्पाद, सेवाएं और अनुभव उपलब्ध करवाने में सक्षम हो सकेंगे।

सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड के लिए भारत की योजनाओं का जिक्र करते ब्रिटिश मंत्री ने कहा है कि एक बार जब वह अस्तित्व में आ जाएगा तो यूके भारत को उस पूंजी को जुटाने में भी मदद करना चाहेगा।