वित्त वर्ष 2023 में 7.2 फीसदी ग्रोथ रेट का अनुमान

मुंबई,  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को भारत की अनुमानित विकास दर का ऐलान किया है। आरबीआई की मानें, तो चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी विकास दर 7.2 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी। आरबीआई ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में शहरी इलाकों से आने वाली डिमांड में इजाफा हुआ है।जबकि भारत के ग्रामीण इलाकों की डिमांड में भी सुधार हुआ है।

यूक्रेन-रूस युद्ध चिंता का विषय

चालू वित्त वर्ष 2022 की तीसरी मौद्रिक नीति तिमाही की बैठक के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) लगातार भारत के विकास दर में बढ़ोतरी का समर्थन कर रहा है। आरबीआई का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की विकास दर 16.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है, जो चौथी तिमाही तक घटकर 4 प्रतिशत रह जाएगी।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौजूदा रूस-यूक्रेन युद्ध की जोखिम को लेकर आगाह किया है।

आरबीआई ने घटाया ग्रोथ रेट का अनुमान 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इससे पहले अप्रैल में अपने पहले के ग्रोथ रेट 7.8 प्रतिशत के अनुमान से 2022-23 के लिए जीडीपी विकास अनुमान को घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था। वही विश्व बैंक ने मंगलवार को बढ़ती महंगाई दर, सप्लाई चेन में दिक्कत और भू-राजनीतिक तनाव के चलते चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया।

दूसरी बार वर्ल्ड बैंक ने भारत की विकार दर में किया बदलाव 

बता दें कि यह दूसरी बार हैं, जब विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) में भारत के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान में बदलाव किया है। इसस पहले अप्रैल के पूर्वानुमान को 8.7 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया और अब यह 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।