नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मंगलवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) की समय से पहले रिडेम्पशन की कीमत 5,115 रुपये प्रति यूनिट तय की गई है। आरबीआई के अनुसार, जारी करने की तारीख से पांचवें वर्ष के बाद गोल्ड बॉन्ड के समयपूर्व रिडेम्पशन की अनुमति है। 17 नवंबर 2016 को जारी एसजीबी 2016-17 की तीसरी श्रृंखला की देय तिथि 17 मई, 2022 है।
SGB का रिडेम्पशन प्राइस, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) द्वारा जारी रिडेम्पशन की तारीख से पहले के सप्ताह (सोमवार-शुक्रवार) में 999 शुद्धता वाले सोने के औसत बंद मूल्य पर आधारित है। आरबीआई ने बयान में कहा, ‘‘17 मई, 2022 से पहले एसजीबी रिडेम्पशन के लिए प्रति यूनिट इकाई 5,115 रुपये का रिडेम्पशन प्राइस होगा। यह प्राइस 9 से 13 मई के बीच सोने के बंद भाव के औसत के आधार पर है।’’
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2016-17, सीरीज III को 2,957 रुपये प्रति ग्राम सोने की दर पर जारी किया गया था। बॉन्ड की नॉमिनल वैल्यू आईबीजेए द्वारा जारी 999 शुद्धता (अक्टूबर 17-21, 2016) वाले सोने के औसत बंद मूल्य के आधार पर तय की गई थी, जो 3,007 रुपये प्रति ग्राम थी। सरकार ने आरबीआई के परामर्श से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नॉमिनल वैल्यू पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट की पेशकश की थी, जिससे यह 2,957 रुपये प्रति ग्राम हो गई थी।
ऐसे में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) का समय से पहले रिडेम्पशन करने वाले निवेशकों को प्रति ग्राम 2158 रुपये का मुनाफा होगा। बता दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) को भारत सरकार की ओर से रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है, जो बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों और NSE और BSE के माध्यम से बेचे जाते हैं। यह सरकारी प्रतिभूतियां हैं। यह भौतिक सोना रखने का एक विकल्प हैं।