नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर में बीते छह दिनों में हुई सात हत्याओं से केंद्र सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसको देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने एक हाईलेवल मीटिंग भी की है। सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हालिया आतंकी घटनाओं की निंदा की है। हालांकि उन्होंने जो ट्वीट किए हैं उनमें केंद्र पर निशाना भी साधा है। अपने एक ट्वीट में उन्होंने दवा कारोबारी माखनलाल बिंदुरू की आतंकियों द्वारा की गई हत्या की निंदा करते हुए कहा कहै कि उन्होंने उस वक्त कश्मीर से बाहर जाने से मना कर दिया था जब राज्य में आतंकवाद चरम पर था। उन्होंने ये भी लिखा है कि हमारे समाज में आतंकवाद और हिंसा की यहां पर कोई जगह नही है। उन्होंने पीडि़त परिवार को सांत्वना भी दी है।
वहीं सूबे के ही एक और पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह ने ट्वीट कर स्कूल में हुई शिक्षिकाओं की हत्या पर शोक व्यक्त किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि श्रीनगर से बेहद दुखद खबर आई है। आतंकियों ने सरकारी स्कूल के दो टीचरों की गोली मारकर हत्या कर दी है। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है। ये अमानवीय है। उन्होंने लिखा है कि वो इस घटना में मारे गए दोनों टीचरों की आत्मा की शांति के लिए दुआ करते हैं।
आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस वर्ष अब तक 25 बेगुनाहों की हत्या आतंकी कर चुके हैं। बता दें कि बीते पांच वर्षों में शोपिया और पुलवामा आतंकी हिंसा का बड़ा केंद्र रहे हैं। ये दोनों ही दक्षिण कश्मीर में आते हैं। वहीं यदि गंदरबल और कुपवाड़ा की बात करें तो यहां पर इस वर्ष किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता पर हमला नहीं हुआ। आंकड़े बताते हैं कि इस वर्ष आतंकियों द्वारा सबसे अधिक हत्याएं श्रीनगर में की गई हैं। इसमें अधिकतर में लश्कर ए तैयबा या उसके द रजिस्टेंस फ्रंट के हाथों हुई हैं। आतंकवादियों की गोली का शिकार हुई सुपिंदर कौर के अंतिम संस्कार में काफी संख्या में सिख समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया है। सुपिंदर की गुरुवार को आतंकियो ने स्कूल में घुसकर हत्या कर दी थी।