कोरोना महामारी के बाद से शेयर बाजार नित नई ऊंचाई को छू रहा है। सेंसेक्स 58305 अंक और निफ्टी17369 अंक के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में सेंसेक्स 60 हजार के स्तर को भी पार कर सकता है। इसके बावजूद बीएसई पर सूचीबद्ध पांच में से केवल एक कंपनी के शेयर लाइफटाइम हाई पर पहुंचा है। यानी 80 फीसदी शेयर अभी भी अपने शिखर से दूर हैं। वहीं, 82 फीसदी शेयर अभी अपने उच्चतम स्तर से 10 फीसदी नीचे हैं। वहीं, सूचीबद्ध कंपनियों के 35 फीसदी शेयर अपने उच्चतम स्तर से 50 फीसदी नीचे हैं।
बड़ी कंपनियों ने बढ़ा निवेशकों का रुझान
कोरोना संकट के बाद बड़ी कंपनियों के शेयरो में निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है। इसके चतले मिड कैप और स्मॉल कैप के मुकाबले लार्ज कंपनियों का बाजार पूंजीकरण तेजी से बढ़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, लार्ज कैप में शामिल 68 फीसदी कंपनियों के शेयर लाइफटाइम हाई पर पहुंच गए हैं। वहीं, इसके मुकाबले मिड कैप के 48 फीसदी और स्मॉल कैप के सिर्फ 12 फीसदी शेयर ही अपने लाइफटाइम हाई पर पहुंच पाए हैं।
शीर्ष पांच कंपनियों का पूंजीकरण 62,508 करोड़ बढ़ा
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 62,508.32 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। समीक्षाधीन सप्ताह में हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। वहीं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक तथा बजाज फाइनेंस के बाजार मूल्यांकन में गिरावट आई। रिलायंस का पूंजीकरण 23,582.73 करोड़ बढ़कर 15,37,600.23 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एसबीआई तथा भारती एयरटेल का स्थान रहा।