नई दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारत में सितंबर महीने में अब तक कुल 7,575 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। NSDL के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी सेगमेंट में शुद्ध निवेश 4,385 करोड़ रुपये रहा है। जबकि डेब्ट सेगमेंट में यह 3,220 करोड़ रुपये था, जिसमें वीआरआर के माध्यम से किए गए डेब्ट निवेश शामिल थे। हालांकि, REITs और InvITs में निवेश से जुड़े हाइब्रिड सिक्यूरिटीज में 30 करोड़ रुपये का शुद्ध आउट फ्लो रहा है। पिछले साल कुल शुद्ध निवेश 16,556 करोड़ रुपये था। अर्थव्यवस्था में सुधार और व्यापक आर्थिक सुधार के बीच एफपीआई की आमद जारी है।
इस हफ्ते दोनों प्रमुख भारतीय बाजारों ने नई ऊंचाईयों को छुआ। बीएसई सेंसेक्स ने मंगलवार को 58,553.07 अंकों के रिकॉर्ड इंट्रा-डे हाई को छुआ और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर निफ्टी 50 ने 17,436.50 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ। अगस्त 2021 के लिए अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में आर्थिक मामलों के विभाग ने गुरुवार को कहा कि वैश्विक निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में आशावादी और उत्साहित हैं और अधिक निवेश के साथ आ रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद आर्थिक संकेतकों में सुधार से उत्साहित, वैश्विक निवेशक भारत के लिए उत्साहित हैं जो एफडीआई और एफपीआई फ्लो में योगदान दे रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि 27 अगस्त, 2021 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 633.56 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है।