सेबी ने Paytm को IPO को लॉन्च करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी

नई दिल्ली,  PayTm आने वाले कुछ दिनों के अंदर अपना Intial Public Offering(IPO) लॉन्च कर सकती है। बाजार नियामक संस्था सेबी ने PayTm को 16,600 करोड़ रुपये के IPO को लॉन्च करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। PayTm के इस महीने के अंत तक शेयर बाजार में उतरने की उम्मीद है और वह प्री-आईपीओ शेयर बिक्री के दौर को छोड़कर फास्ट-ट्रैक लिस्टिंग की योजना बना रही है।

अगर PayTm का यह IPO सफल होता है तो, यह अब तक का इस तरह का सबसे बड़ा IPO होगा। न्यूज एजेंसी पीटीआइ से मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2010 में कोल इंडिया की 15,200 करोड़ रुपये की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) देश की अब तक की सबसे बड़ी पेशकश है। PayTm की निगाहें 1.47-1.78 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर टिकी हुई हैं। PayTm ने अपने ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में कहा है कि, उसकी समान संख्या में नए और मौजूदा शेयर बेचने की योजना है।

PayTm के पास मर्चेंट-पेमेंट मार्केट में सबसे ज्यादा ग्राहक हैं। इसके नेटवर्क में 20 मिलियन से ज्यादा मर्चेंट पार्टनर हैं। कंपनी के अनुसार इसके ग्राहक हर महीने 1.4 अरब रुपए का लेनदेन करते हैं।

IPO के मसौदे के मुताबिक, कंपनी की योजना इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू के जरिए 8,300 करोड़ रुपये और बिक्री के लिए ऑफर के जरिए 8,300 करोड़ रुपये जुटाने की है। पेIPO के संस्थापक, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी विजय शेखर शर्मा और अलीबाबा समूह की कंपनियां भी प्रस्तावित बिक्री के प्रस्ताव में अपनी कुछ हिस्सेदारी को बेचेंगी। अलीबाबा समूह की फर्म एंटफिन (नीदरलैंड्स) होल्डिंग को नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी हिस्सेदारी 25 फीसद कम करने के लिए 5 फीसद की हिस्सेदारी बेचने की उम्मीद है।

दस्तावेजों के अनुसार, हिस्सेदारी बेचने वाले निवेशकों में एंटफिन (नीदरलैंड्स) होल्डिंग (29.6 फीसदी हिस्सेदारी), अलीबाबा डॉट कॉम सिंगापुर ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड (7.2 फीसदी हिस्सेदारी) और एलिवेशन कैपिटल वी एफआईआई होल्डिंग्स लिमिटेड (0.7 फीसदी हिस्सेदारी) का नाम शामिल है।

इसके अलावा, एलिवेशन कैपिटल वी लिमिटेड (0.6 फीसद हिस्सेदारी), सैफ III मॉरीशस कंपनी लिमिटेड (12.1 फीसद हिस्सेदारी), सैफ पार्टनर्स इंडिया IV लिमिटेड (5.1 फीसद हिस्सेदारी), एसवीएफ पैंथर (केमैन) लिमिटेड (1.3 फीसद हिस्सेदारी) और बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स (2.8 फीसद हिस्सेदारी) भी अपनी हिस्सेदारी को बेचेंगे।