देश की बिजली संबंधी मांगों को पूरा करने के लिए किए जा रहे हैं प्रयास

नई दिल्ली, केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि देश की बिजली संबंधी मांगों को पूरा करने की प्रतिबद्धता के साथ कोल इंडिया देश में कोयले के स्टॉक को जल्द-से-जल्द लिक्विडेट करने के लिए प्रयास कर रही है। कंपनी द्वारा बिजली संयंत्रों को आपूर्ति किए जाने वाले कोयले में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 12 फीसद की वृद्धि हुई है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में कोयले का स्टॉक काफी निचले स्तर पर आ गया है और इसे बिजली क्षेत्र के लिए खतरे की घंटी बतायी जा रही है।

कोयला मंत्री ने कोल इंडिया द्वारा किए जा रहे प्रयासों को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट के साथ एक रिपोर्ट भी साझा की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पब्लिक सेक्टर की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति जुलाई-सितंबर, 2021 तिमाही के दौरान 12.3 फीसद बढ़कर 11.76 करोड़ टन हो गई।

कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, “कोल इंडिया ने जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही के दौरान बिजली इकाइयों को 11.76 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की जो किसी भी वर्ष की दूसरी तिमाही में सबसे अधिक है।”

सीआईएल के अनुसार पिछले साल की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान कोयला आपूर्ति 10.47 करोड़ टन थी।

इसके अलावा 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में सीआईएल की कुल कोयला आपूर्ति बढ़कर 14.73 करोड़ टन हो गयी, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 9.7 फीसद अधिक है। तब कंपनी का उठाव 13.43 करोड़ टन था।

सीआईएल के विपणन निदेशक एस एन तिवारी ने कहा, “कंपनी थर्मल पावरस्टेशनों को कोयले की सप्लाई बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। हम अतिरिक्त मात्रा को बढ़ाकर जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के अपने प्रयासों को बढ़ा रहे हैं लेकिन डिमांड अब सप्लाई से कहीं अधिक है।”